नमस्ते परम् प्रेम साथियों ,
गुजरें दिवस की बात है , शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश सूबे के मुख्यमंत्री बाढ़ का जायज लेने प्रभावित इलाके में गए थे । तब उनसे स्वयं पानी में चलकर जाते नही बना । क्योकि उनका लक्ष्य था जुते भीगे नही पैर गंदे न हो , इसलिये उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने पानी से बाहर सूखे में निकाला ।
अब सवाल और मुद्दा यह है , हमने राजनीत में पढ़ा है जनता के हितों का ध्यान प्रदेश का मुखिया रखता है और यह उसका परम् कर्तव्य भी है ।
लेकिन यहां तो सुरक्षाकर्मी उन्हें कंधो पर रखकर इलाका पार करा रहे है , जरा आप समझिये जो खुद कंधे पर सवार है वह किस प्रकार जनता के हितों का भार अपने स्कंद पर रखेगें ?
बेटियों की रक्षा कैसे करेगें ?