सतरंगी थालियां सजी
सूखे कजरे मनमोहक रंगो से
ला मचा दे हंगामा गलियों में
सुबह - दोपहर उमंगो से
धूसर - कपड़े फाड़ पर्व मनाये
आम्र पत्ते मसलकर सुगन्ध फैलाएं
अनिल में घोलें घपले मनमोजक
संस्क्रति के राग - दीये प्रज्वलित
सुधा के प्याले परोस लें
फ़िजा में मीत करें आओ टँकीट।
होली हे रे होली
शानदार👌
ReplyDeleteहोली मुबारक