कृपा के बादल घट गए
व्याघ्र ने शीश झुकाये
सत्य की अभिलाषा ने
काले कूह दिखलाये
जो शेष निधि छोड़ी घर
अश्रु जल बहाकर मिथिला ने
काल के सम्मुख भिड़े दाय
पीले पद कर दिए सरला ने
महिसासुर मात खाते यह
बोला , अनय हारेगा
हर युग में दुष्ट - अंत करने
कोई कृष्ण तो कोई अर्जुन आएगा
हाँ जब जग त्राहि त्राहि करेगा
ईश्वर के कोप धरती पर उतरेंगे
बागडोर टूटी सांसो की
अवतार ईश्वर वध को बिफरेंगे
निराश न होना नाभि के दर्द वालो
अनय कब तक होगा तुमपर
एक दिन शिव की शक्ति
और शीशो पर होंगे उनके कर
वाह👌
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